चीन में फंसा है एटा का नवदंपती, परिजन लगा रहे हैं भारत सरकार से मदद की गुहार
अम्बुज यादव
चीन से फैले कोरोनावायरस ने पूरे दुनिया में कहर मचाया हुआ है। इसका अंदाजा हम इसी से लगा सकते हैं कि अकेले चीन में अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दी है। यही नही सभी देश इसके इलाज के लिए कारगार उपाय और दवाइयां ढुडने में लगे हैं लेकिन अभी तक इसके इलाज का कारगार उपाय नहीं मिल पाया है। वहीं भारत भी इससे सजग होकर चीन से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही स्क्रीनिंग के जरिए जांच करवा रही हैं। यही नहीं भारत चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत वापस भी ला रही है।
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भारत चीन से भारतीयों को वापस बुला रही हैं और लगभग लोग स्वदेश लौट भी आए हैं लेकिन यूपी के एटा जनपद के रहने वाला एक परिवार अभी भी चीन के वुहान में फंसा हुआ है। दरअसल फ्लाइट आदि पर रोक लगने के चलते जलेसर के नवदंपती अभी भी चीन में फंसे हुए हैं। पीड़ित नवदंपती के परिजनों का यहां रो-रोकर बुरा हाल है।
जलेसर के ऊंचा गांव निवासी भंवर सिंह यादव के बेटे आशीष चीन के बुहान शहर के एक कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वह नवंबर 2019 में पत्नी नेहा यादव के साथ चीन गए थे। चीन में फैले कोरोना वायरस के चलते अब वह भारत आने के लिये परेशान हैं, बेकरार हैं। वायरस फैलने के समय तो उन्होंने बीमारी का कारण बता भारत सरकार से इनकार कर दिया।
अब वायरस का प्रकोप दिनों दिन बढ़ने एवं घर में राशन पानी समाप्त होते ही भारत आने की फिक्र सता रही है। आशीष एवं उनके परिजनों ने भाजपा के राज्यसभा सांसद सिंह यादव से गुहार लगाई है। सांसद ने उनकी समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार के विदेश सचिव एस जयशंकर से वार्ता कर शीघ्र सहायता का आश्वासन दिया है।
आशीष शादी के बाद पत्नी संग गए चीन-
आशीष यादव पूर्व में अमेरिका में थे। दो वर्ष पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर चीन में तैनात हुए हैं। गत नवंबर में ही आशीष यादव का विवाह हुआ और 19 नवंबर को पत्नी नेहा के साथ चीन के बुहान शहर चले गए। आशीष के पिता भंवर सिंह बुन्देलखण्ड में सरकारी नौकरी से सेवा निवृत्त हैं।
माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
चीन मे कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते आशीष के माता पिता परेशान हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन एवं पड़ोसी उन्हे ढांढंस बधा रहे हैं।
अभी 15 सीनियर छात्र वहीं फंसे
चीन में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा साक्षी शहर वापस आ चुकीं हैं, उन्होंने बताया कि अभी चीन में एमबीबीएस करने वाले करीब 15 भारतीय सीनियर छात्र फंसे हुए हैं। वह भारत नहीं आ पा रहे हैं। वहां उनकी जान खतरे में हैं। इसका कारण सिर्फ यही है कि, चीन से आने वाली फ्लाइट को रोक दिया गया है। वहीं चीन में अभी कोरोना वायरस भयंकर तरीके से फैल रहा है। वहां आठ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 37 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
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